शिनच्यांग, तिब्बत और हांगकांग मुद्दों पर चीनी प्रतिनिधि ने व्यक्त किया गंभीर रूख
बीजिंग, 22 जून (आईएएनएस)। चीन के विदेश मंत्रालय के मानवाधिकार मामलों के विशेष प्रतिनिधि यांग श्याओखुन ने 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 53वें सत्र में उत्तर के अधिकार का प्रयोग करते हुए, शिनच्यांग, तिब्बत और हांगकांग से संबंधित मुद्दों पर अपना गंभीर रूख व्यक्त किया। ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कुछ अन्य देशों और चीन विरोधी गैर-सरकारी संगठनों से मानवाधिकार परिषद के मंच के जरिए झूठी सूचना फैलाने और चीन को बदनाम करने की कड़ी निंदा की।
यांग श्याओखुन ने कहा कि चीन जन-केंद्रित ²ष्टिकोण का पालन करता है और समय की प्रवृत्ति के अनुरूप वाले, चीन की राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल होने वाले मानवाधिकार विकास के मार्ग का पालन करता है, चीनी शैली के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने की प्रक्रिया में, मानवाधिकार संरक्षण के स्तर में लगातार सुधार और लोगों के मुक्त और व्यापक विकास को बढ़ावा देता है। चीन द्वारा प्राप्त मानवाधिकारों की उपलब्धियां सभी के लिए स्पष्ट हैं। वर्तमान में, शिनच्यांग और तिब्बत की अर्थव्यवस्थाओं का विकास जारी है, समाज सामंजस्यपूर्ण और स्थिर है, और मानवाधिकारों का विकास इतिहास के सबसे अच्छे दौर में है। हांगकांग के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के लागू होने के बाद, हांगकांग के निवासियों के मूल अधिकारों और स्वतंत्रता की प्रभावी रूप से गारंटी दी गई है, और न्यायिक स्वतंत्रता और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावी ढंग से बनाए रखा गया है।
यांग श्याओखुन ने कहा कि ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ देशों ने झूठ और अफवाहें दोहराना जारी रखा है, जिससे उनकी राजनीतिक साजिशों और भयावह इरादों का पदार्फाश हुआ है। चीन इन देशों से आग्रह करता है कि वे मानवाधिकारों के मुद्दों का राजनीतिकरण करना बंद करें, और अपने स्वयं के मानवाधिकारों के मुद्दों को हल करने और सही मायने में मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा करने के लिए ऊर्जा समर्पित करें।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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