Uttarakhand Cabinet News : उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सुगबुगाहट तेज, दिल्ली दरबार पर टिकी निगाहें
देहरादून- उत्तराखंड मंत्रिमंडल में एक बार फिर बदलाव और विस्तार की सुगबुगाहट तेज है। बहुत जल्दी धामी कैबिनेट में जहां कुछ नए चेहरों को शामिल करने की तैयारी है वही विवादास्पद और सही परफॉर्म न करने वाले मंत्रियों का पत्ता कटना साफ है। नए चेहरों में ऐसे विधायक भी उम्मीद जताए बैठे हैं जो पिछले लंबे समय से लगातार उपेक्षित किए जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रस्तावित मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना को देखते हुए प्रदेश के विधायक अपने आकाओं के चक्कर काट रहे हैं वही सूत्रों का यह भी कहना है कि जहां कुछ विधायक दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं तो कुछ विधायकों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में भी दस्तक दी है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सभी की नजरें अब दिल्ली दरबार पर टिकी हुई हैं।
दरअसल, उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार के बदलाव को लेकर कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही चर्चाओं का बाजार गर्म है सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर होमवर्क लगभग पूरा हो चुका है अब इस पर दिल्ली दरबार की मुहर लगना बाकी है। मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर कुमाऊं गढ़वाल और मैदानी क्षेत्रीय समीकरण को साधने की कोशिश की गई है वही जातीय समीकरणों पर भी जोर देने की बात सूत्र कह रहे हैं।
धामी सरकार के सामने बागेश्वर उपचुनाव, निकाय और फिर लोकसभा की पांच सीटों की जीत की चुनौती भी है। कैबिनेट मंत्री रहे चंदन रामदास के पिछले दिनों निधन के बाद से धामी कैबिनेट में चार पद खाली हैं।
वर्तमान में धामी कैबिनेट में सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल,प्रेमचन्द अग्रवाल व गणेश जोशी गढ़वाल के पौड़ी व देहरादून जिले से हैं।
जबकि, रेखा आर्य व सौरभ बहुगुणा कुमाऊं का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
ऐसे में धामी के सामने क्षेत्रीय और जातीय समीकरण के साथ ही अच्छा परफॉर्म और जिताऊ मंत्रियों का नाम फाइनल करने की भी चुनौती मानी जा रही है। अब देखना यह है कि धामी और उनकी टीम द्वारा किए गए होमवर्क पर दिल्ली दरबार कितना विश्वास जताता है।