आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी ग्राम पंचायत गोठ में सड़क की सुविधा न होने के कारण ग्रामीण मायूस,
टिहरी/धनोल्टी/ विरेन्द्र वर्मा । टिहरी जिले के विकासखण्ड जौनपुर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गोठ में रोड की सुविधा न होने के कारण बीमार व्यक्तियों को अस्पताल तक पहुंचने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिसमें मुख्य सड़क तक पहुंचने तक ढाई से तीन घंटे का समय लगता है। रोड ना होने के कारण कई ग्रामीणों ने रास्ते में भी दम तोड़ा है। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को बहुत परेशानी होती है। आजादी के इतने समय बाद भी ग्राम पंचायत गोठ में रोड सुविधा न होने के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला धनोल्टी लग्गा गोठ पिरयाण नाम तोक का है जहां पर शीरा देवी पत्नी स्व० दर्शन लाल निवासी धनोल्टी लग्गा गोठ को उसके परिजन कुर्सी/कंडी के सहारे ढाई किलोमीटर की पैदल चढ़ाई चढ़कर रोड तक पहुंचाया उसके पश्चात वहां से हॉस्पिटल ले गए जिनकी हालत नाजुक बनी हुई है इस तरह के मामले में पहले भी कई बार आ चुके हैं पूर्व में गर्भवती महिला को सड़क तक पहुंचाने में भी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा था अभी कुछ समय पहले गर्भवती महिला मधु देवी पत्नी देवेन्द्र प्रसाद को पलंग के सहारे अस्पताल तक ले जाते समय रास्ते में ही नवजात शिशु की जान जा चुकी है मधु देवी की जान बचाई जा सकी है और इससे पूर्व भी गांव के ही स्व० दर्शन लाल चमोली अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही जान गवा चुके हैं। इस क्षेत्र में रोड की मांग करते हुए वर्षों बीत गए पर अभी तक रोड नहीं बन पाई। जबकि इस क्षेत्र में राजकीय इंटर कॉलेज चूलीसैंण,तीन राजकीय प्राथमिक विद्यालय ,दो उच्च माध्यमिक विद्यालय,एक पशु सेवा केंद्र है जो अभी तक सड़क से वंचित हैं साथ ही राजकीय इंटर कॉलेज में दस ग्राम सभाओं के बच्चे अध्ययनरत हैं जिनका आवागमन है रास्तों की स्थिति भी इतनी खस्ताहाल है की स्कूली बच्चों स्थानीय ग्रामीण आने-जाने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है वह जंगली जानवरों का भी डर बना रहता है। इस क्षेत्र में सभी लोग खेती पर ही निर्भर हैं वह उनकी नगदी फसलें आलू, मटर, गोभी ,बीन,मूली आदि की पैदावार अच्छी गुणवत्ता में होती है किंतु मंडी तक ले जाने में इनको फसल का मूल्य तक नहीं मिल पा रहा है वह अधिकतर फसल है संसाधनों की कमी होने के कारण घर पर ही खेतों में ही सड़ जाती है। एक तरफ किसान की आय दोगुनी करने की बात करते हैं किंतु रोड की सुविधा न होने के कारण गांव के किसान की स्थिति और दयनीय होती जा रही है सामाजिक जीवन पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है गांव के ग्रामीणों के द्वारा विगत कई वर्षों से विधायकों सांसदों जिला प्रशासन के माध्यम से कई बार अवगत कराया गया किन्तु समस्या जस की तस बनी हुई है जबकि धनौल्टी लग्गा गोठ 2011 की जनगणना के अनुसार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के मानकों को पूरा करता है गोठ के प्रधान लाखी राम चमोली का कहना है कि कई वर्षों से हम शासन प्रशासन से रोड की मांग करते आ रहे हैं परंतु कोई सुनने को तैयार नहीं है अंत में हमें कोर्ट की शरण में जाना पड़ा है और एक जनहित याचिका गांव के द्वारा नैनीताल हाईकोर्ट में दायर की गई है अब कोर्ट के सहारे हम गांव वाले न्याय की मांग कर रहे हैं सुरेश चमोली कहना है कि माता का स्वास्थ्य अचानक ज्यादा खराब हो जाने के कारण आसपास के पड़ोसियों को बुलाकर कुर्सी में बांधकर घनघोर जंगल रास्ते से रोड तक पहुंचने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा बड़ी मुश्किल से 4 किलोमीटर पैदल चलने के पश्चात गाड़ी से 50 किमी का रास्ता तय करने के बाद देहरादून जौली ग्रांट अस्पताल तक पहुंचे मां की स्थिति नाजुक बनी हुई है इससे 4 वर्ष पहले मेरे पिताजी को भी अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया था इस विकट समस्या का समाधान करने की हम शासन प्रशासन से मांग करते हैं भविष्य में इस तरह की कोई दुर्घटना ना हो हमारे गांव तक रोड की सुविधा पहुंचाई जाए।